किताब ka avishkar kisne kiya? Books ki khoj kisne ki? किताब का आविष्कार किस प्रकार किया गया?
किताब (Books) का आविष्कार किसने किया- हमारे दैनिक जीवन में किताबों का बहुत महत्व है। शायद ही कोई व्यक्ति होंगे जिन्होंने अपने पूरे जिंदगी में किताबों का इस्तेमाल नहीं किया गया। लेकिन क्या आप जानते हैं की किताब हमारे बीच किस प्रकार उपस्थित हुआ? किताब का आविष्कार करने का श्रेय किसे जाता है? किताब के आविष्कारक कौन हैं?
दोस्तों, विद्यार्थियों के लिए किताब उनके दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण होती है। हम विभिन्न प्रकार की किताबें पढ़कर ज्ञान प्राप्त करते हैं। किताब ही वह चीज है जिसे पढ़कर हम एक सफल व्यक्ति बन सकते है। यह हमारे जीवन स्तर को बेहतर बनाता है। जो इंसान किताबें पढ़ने का शौकीन होता है वह अपने जीवन में कभी भी उबाऊ महसूस नही करता, वह अपनी पूरी जिंदगी किताबों के सहारे गुजार सकता है। लेकिन यदि आपसे पूछा जाय की किताब का आविष्कार किसने किया तो शायद आपको पता न हो। तो चिंता न करें, आज इस पोस्ट में हम आपको विस्तार से बताने वाले हैं की किताब का आविष्कार किसने और कब किया? साथ ही हम इस बात पर भी चर्चा करेंगे की जब किताब का आविष्कार नहीं हुआ था तो लोग लिखाई का काम कैसे करते थे।
किताब का आविष्कार जर्मनी के जोहान्स गुटेनबर्ग ने 15 वीं शताब्दी में की। जोहान्स गुटेनबर्ग को ही आधुनिक छपाई तकनीक (Printing Technology) का आविष्कारक माना जाता है। प्रथम छापेखाने की स्थापना उनके द्वारा ही की गई थी। जोहान्स गुटेनबर्ग ने छपाई के लिए विभिन्न प्रकार के अक्षर बनाए जो की सीसे से बनाए गए थे।
जोहान्स गटेनबर्ग ने Pages पर विचारों को आसान बनाने के लिए किताब का आविष्कार किया। उन्होने ही प्रिटिंग प्रेस का आविष्कार किया और प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार करते हुए उन्होने किताब का आविष्कार किया।
सन् 1453 के आसपास इस Printing Press Technology से छपनी वाली पहली किताब बाइबल (Bible) थी, जिसे भेड़ की खाल पर छापा गया था।
किताब का इतिहास हजारों साल पुराना है जब प्राचीन सभ्यताओं ने पहली बार लेखन प्रणाली का विकास करना शुरू किया था तो उस समय पत्थर और पेड़ की छाल पर लिखाई का काम किया जाता था।
प्राचीन मिस्र के लोग पेपर जैसे सामग्रियों का उपयोग करने वाले पहले व्यक्ति थे, जिन्हें "पेपिरस" कहा जाता था। उन्होंने पेपरियस नामक पौधे के तनों को सपाट करके पेपर जैसी सामग्री बनाते थे जिसका नाम पेपरीस था। पेपरिस थोड़ा मोटा होता था जिसे प्राचीन मिस्र वासियों के लिए स्क्रॉल करना, मोड़ना या एक साथ बांधना मुश्किल था।
Bookbinding की प्रक्रिया 200 ईसा पूर्व भारत में शुरू की गई थी। यहां हिंदी के लेखक ताड़ के पत्तों को सुतली से बांधकर दो लकड़ी के बोर्डों के बीच धार्मिक ग्रंथों के साथ लगाए गए थे। उसके बाद यह तकनीक मध्य पूर्व और पूर्वी एशिया में लोकप्रिय हो गई, और 200 ईस्वी तक रोम तक फैल गई।
15 वीं शताब्दी के मध्य में, जर्मन व्यक्ति जोहान्स गुटेनबर्ग (Johannes Gutenberg) ने पहला मैकेनिकल प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार किया। उनका आविष्कार क्रांतिकारी था क्योंकि इसने पहली बार पुस्तकों के बड़े पैमाने पर उत्पादन को सक्षम बनाया।
प्रिंटिंग प्रेस से पहले, प्रति दिन कुछ पेज हाथ से कॉपी करके बनाए जा सकते थे। बाद में, प्रिंटिंग प्रेस की मदद से प्रतिदिन 3,600 Pages का उत्पादन किया जा सकता था।
आज, आधुनिक प्रकाशक बहुत तेज़ी से कई आकारो में किताबों का उत्पादन कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए Technology में काफी प्रगति हुई है। यद्यपि कई प्रकार के कामों के लिए मशीनें उपलब्ध हैं, आज हर तरह के Size वाले किताब, अलग अलग Design में बनाए जाते हैं।
प्रिंटर कागज की बड़ी शीट पर Text को प्रिंट करते हैं, कभी-कभी एक अखबार के पेज के रूप में Paper के बड़े साइज पर प्रिंटिंग किया जाता है। बड़े Paper पर Printing करना अपेक्षाकृत सस्ता होता है क्योंकि एक बड़े पेपर को काटकर कई छोटे पन्नों में बांटा जा सकता है। छोटे Pages को फिर छोटे समूहों में विभाजित किया जाता है, और उसे आधे हिस्से में बांधा जाता है, और एक साथ सिल दिया जाता है।
अन्त में, मुड़ा और सिला पेज को एक मोटे Paper से ढक दिया जाता है और इस तरह किताब का निर्माण होता है। हालाँकि आज हमारे जिंदगी से किताबें कभी दूर नहीं हो सकती। हम हमेशा उसका प्रयोग करते रहेंगे, लेकिन आपने Ebook का नाम सुना होगा। ये ऐसी किताब होती है जो Electronic तरीके से पढ़ी जाती है। ये हमें Computer या स्मार्टफोन पर इंटरनेट के माध्यम से उपलब्ध होते हैं।
जैसे जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जैसे कि टैबलेट और मोबाइल फोन, का चलन बढ़ता है, EBooks के अधिक से अधिक लोकप्रिय होने की उम्मीद है। EBooks का एक लाभ यह है कि वे कागज बचाते हैं, जो पेड़ों की कटाई को कम करके पर्यावरण की मदद करता है।
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दोस्तों, विद्यार्थियों के लिए किताब उनके दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण होती है। हम विभिन्न प्रकार की किताबें पढ़कर ज्ञान प्राप्त करते हैं। किताब ही वह चीज है जिसे पढ़कर हम एक सफल व्यक्ति बन सकते है। यह हमारे जीवन स्तर को बेहतर बनाता है। जो इंसान किताबें पढ़ने का शौकीन होता है वह अपने जीवन में कभी भी उबाऊ महसूस नही करता, वह अपनी पूरी जिंदगी किताबों के सहारे गुजार सकता है। लेकिन यदि आपसे पूछा जाय की किताब का आविष्कार किसने किया तो शायद आपको पता न हो। तो चिंता न करें, आज इस पोस्ट में हम आपको विस्तार से बताने वाले हैं की किताब का आविष्कार किसने और कब किया? साथ ही हम इस बात पर भी चर्चा करेंगे की जब किताब का आविष्कार नहीं हुआ था तो लोग लिखाई का काम कैसे करते थे।
किताब का आविष्कार किसने किया?
किताब का आविष्कार जर्मनी के जोहान्स गुटेनबर्ग ने 15 वीं शताब्दी में की। जोहान्स गुटेनबर्ग को ही आधुनिक छपाई तकनीक (Printing Technology) का आविष्कारक माना जाता है। प्रथम छापेखाने की स्थापना उनके द्वारा ही की गई थी। जोहान्स गुटेनबर्ग ने छपाई के लिए विभिन्न प्रकार के अक्षर बनाए जो की सीसे से बनाए गए थे।
जोहान्स गटेनबर्ग ने Pages पर विचारों को आसान बनाने के लिए किताब का आविष्कार किया। उन्होने ही प्रिटिंग प्रेस का आविष्कार किया और प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार करते हुए उन्होने किताब का आविष्कार किया।
सन् 1453 के आसपास इस Printing Press Technology से छपनी वाली पहली किताब बाइबल (Bible) थी, जिसे भेड़ की खाल पर छापा गया था।
किताब का आविष्कार किस प्रकार किया गया?
प्राचीन मिस्र के लोग पेपर जैसे सामग्रियों का उपयोग करने वाले पहले व्यक्ति थे, जिन्हें "पेपिरस" कहा जाता था। उन्होंने पेपरियस नामक पौधे के तनों को सपाट करके पेपर जैसी सामग्री बनाते थे जिसका नाम पेपरीस था। पेपरिस थोड़ा मोटा होता था जिसे प्राचीन मिस्र वासियों के लिए स्क्रॉल करना, मोड़ना या एक साथ बांधना मुश्किल था।
Bookbinding की प्रक्रिया 200 ईसा पूर्व भारत में शुरू की गई थी। यहां हिंदी के लेखक ताड़ के पत्तों को सुतली से बांधकर दो लकड़ी के बोर्डों के बीच धार्मिक ग्रंथों के साथ लगाए गए थे। उसके बाद यह तकनीक मध्य पूर्व और पूर्वी एशिया में लोकप्रिय हो गई, और 200 ईस्वी तक रोम तक फैल गई।
15 वीं शताब्दी के मध्य में, जर्मन व्यक्ति जोहान्स गुटेनबर्ग (Johannes Gutenberg) ने पहला मैकेनिकल प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार किया। उनका आविष्कार क्रांतिकारी था क्योंकि इसने पहली बार पुस्तकों के बड़े पैमाने पर उत्पादन को सक्षम बनाया।
प्रिंटिंग प्रेस से पहले, प्रति दिन कुछ पेज हाथ से कॉपी करके बनाए जा सकते थे। बाद में, प्रिंटिंग प्रेस की मदद से प्रतिदिन 3,600 Pages का उत्पादन किया जा सकता था।
किताबों का निर्माण कैसे होता है?
आज, आधुनिक प्रकाशक बहुत तेज़ी से कई आकारो में किताबों का उत्पादन कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए Technology में काफी प्रगति हुई है। यद्यपि कई प्रकार के कामों के लिए मशीनें उपलब्ध हैं, आज हर तरह के Size वाले किताब, अलग अलग Design में बनाए जाते हैं।
प्रिंटर कागज की बड़ी शीट पर Text को प्रिंट करते हैं, कभी-कभी एक अखबार के पेज के रूप में Paper के बड़े साइज पर प्रिंटिंग किया जाता है। बड़े Paper पर Printing करना अपेक्षाकृत सस्ता होता है क्योंकि एक बड़े पेपर को काटकर कई छोटे पन्नों में बांटा जा सकता है। छोटे Pages को फिर छोटे समूहों में विभाजित किया जाता है, और उसे आधे हिस्से में बांधा जाता है, और एक साथ सिल दिया जाता है।
अन्त में, मुड़ा और सिला पेज को एक मोटे Paper से ढक दिया जाता है और इस तरह किताब का निर्माण होता है। हालाँकि आज हमारे जिंदगी से किताबें कभी दूर नहीं हो सकती। हम हमेशा उसका प्रयोग करते रहेंगे, लेकिन आपने Ebook का नाम सुना होगा। ये ऐसी किताब होती है जो Electronic तरीके से पढ़ी जाती है। ये हमें Computer या स्मार्टफोन पर इंटरनेट के माध्यम से उपलब्ध होते हैं।
जैसे जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जैसे कि टैबलेट और मोबाइल फोन, का चलन बढ़ता है, EBooks के अधिक से अधिक लोकप्रिय होने की उम्मीद है। EBooks का एक लाभ यह है कि वे कागज बचाते हैं, जो पेड़ों की कटाई को कम करके पर्यावरण की मदद करता है।
किताब से जुड़े विशेष तथ्य
- कागज से बनी दुनिया की सबसे बड़ी पुस्तक दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में स्थित है। यह पांच मीटर चौड़ा, 8.06 मीटर लंबा, 429 पेज का है और इसका वजन 3,000 पाउंड से अधिक है।
- 1882 में Mark Twain’s Life on the Mississippi पहली किताब थी जो टाइपराइटर पर बनाई गई थी।
- अनुमानित 755,755 नई किताबें हर साल प्रकाशित होती हैं। 2021 के मध्य तक, दुनिया में कुल 135,793,322 प्रकाशित किताबें हैं।
- दुनिया का अब तक का सबसे लंबा उपन्यास Marcel proust द्वारा फ्रेंच भाषा में लिखा गया है जिसका नाम है Remembrance of Things Past या A la recherche du temps perdu. उपन्यास में 9,609,000 अक्षर होने का अनुमान है।
- अब तक की सबसे मोटी किताब, The Complete Miss Marple, 12.67 इंच चौड़ी और 4,032 पेज की है। इसमें इसके लेखक Agatha Christie की 20 लघु कहानियों और 12 रहस्य उपन्यासों का संग्रह है।
- Bay Psalm दुनिया की सबसे महंगी किताब है, जो, जो पहली बार 1640 में Cambridge, Massachusetts में छपी थी। Bay Psalm बुक न्यूयॉर्क में 2013 में $ 14,165,000 में बिकी।
- दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाली और सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली किताब अभी भी है जिसका नाम है द बाइबल (The Bible).
- अब तक का सबसे लंबा वाक्य 823 शब्दों का है। यह एक कानूनी वाक्य है जो Victor hugo के Les Miserables में मौजूद है।
- राष्ट्रपति Theodore Roosevelt प्रति दिन एक किताब पढ़ते थे।
- आइसलैंड के लोग किसी अन्य लोग से ज्यादा पढ़ते हैं।
FAQs:
टाइपराइटर पर बनाई गई पहली किताब कौनसी है?
Mark Twain’s Life on the Mississippi पहली किताब है जो टाइपराइटर पर बनाई गई 1882 में।
हर साल कितने किताब प्रकाशित होती हैं?
755,755 नई किताबें हर साल प्रकाशित होती हैं।
दुनिया में कुल कितने किताब प्रकाशित हुआ है?
अभी तक कुल 135,793,322 किताबें प्रकाशित हुआ है।
अंतिम शब्द,
आज इस पोस्ट में मैंने बताया कि किताब का आविष्कार किसने किया? आशा करता हूं आपके लिए यह जानकारी मददगार हो। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अन्य लोगों के साथ शेयर जरूर करें। यदि आपके पास इस पोस्ट से जुड़ा कोई सवाल है तो हमें कॉमेंट करके बताएं।
आज इस पोस्ट में मैंने बताया कि किताब का आविष्कार किसने किया? आशा करता हूं आपके लिए यह जानकारी मददगार हो। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अन्य लोगों के साथ शेयर जरूर करें। यदि आपके पास इस पोस्ट से जुड़ा कोई सवाल है तो हमें कॉमेंट करके बताएं।
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