क्या आपने GPS का नाम सूना है? क्या आपको पता है GPS क्या है और GPS Ka Full Form क्या है? यदि आपको GPS के बारेमे और GPS के Full Form के बारेमे नहीं पता है तो बता दे की यह एक ऐसी तकनीक है जिसने हमारे जीवन के पाठ्यक्रम को अकल्पनीय रूप से बदल दिया है। एक उदाहरण के तौर पर अगर आप फोन कॉल करके कोई सामन ऑर्डर करते हैं तो आपके Location पर वह सामान पहुँच जाता है, यह सब GPS के कारण ही संभव है।
GPS को मूल रूप से अमेरिकी सेना, नौसेना और वायु सेना को स्थिति पता करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। लेकिन इसकी शुरूआत के बाद से, इसका उपयोग कई Application के लिए किया गया है।
इसका उपयोग 1973 में सैनिकों के लिए U.S. Department of Defense (DoD) के द्वारा लांच किया गया था। जब रूस ने नागरिकों से भरे एक कोरियाई विमान को मार गिराया। उसके बाद, यह निर्णय लिया गया कि GPS का इस्तेमाल Airlines के लिए भी किया जाना चाहिए, ताकि वे दुश्मन के इलाके में न भटके। 1983 में, GPS सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध हो गया और धीरे धीरे इसका उपयोग मोबाइल फोन से लेकर कार आदि विभिन्न प्रकार के वाहनों में भी किया जाने लगा।
आपको किसी को यह पूछने की ज़रूरत नहीं है अगर आप कहीं भूल जाते हैं या सड़क या लेन को नहीं पहचानते हैं, जीपीएस के माध्यम से आपको सारि जानकारी मिल जाएगा। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह तकनीक (GPS) कैसे काम करती है? आप आपना सटीक Location कैसे पता कर सकते हैं ये सब जानकारी हम इस पोस्ट में देने वाले हैं साथ ही GPS Full Form के बारेमे भी बताने वाले है तो चलिए सब कुछ जानने की कोशिश करते हैं।
GPS का Full Form है Global Positioning System है। इसे NAVSTAR (Navigation Satellite Timing & Ranging) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक Satellite पर आधारित Navigation System है जिसके द्वारा मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप आदि की Navigation Unit आसानी से आपकी Location का पता लगा सकती है। यह विशेष Frequency के आधार पर किसी वस्तु की सटीक स्थिति निर्धारित करने की एक विधि है। GPS एक तरह से Communication System भी है, इसके User केवल Satellite से भेजे गए संकेत प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन स्वयं Satellite को संकेत नहीं भेज सकते हैं।
GPS क्या है? What is GPS In Hindi
GPS का Full Form है Global Positioning System है। इसे NAVSTAR (Navigation Satellite Timing & Ranging) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक Satellite पर आधारित Navigation System है जिसके द्वारा मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप आदि की Navigation Unit आसानी से आपकी Location का पता लगा सकती है। यह विशेष Frequency के आधार पर किसी वस्तु की सटीक स्थिति निर्धारित करने की एक विधि है। GPS एक तरह से Communication System भी है, इसके User केवल Satellite से भेजे गए संकेत प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन स्वयं Satellite को संकेत नहीं भेज सकते हैं।
GPS Ka Full Form?
अभी तक हमने GPS के बारेमे जाना अब GPS का Full Form क्या है उसके बरेमे बात करने वाले है तो दोस्तो यदि आपको GPS का Full Form नहीं पता है तो आपके लिए बता दु की GPS का Full Form है "Global Positioning System ".
GPS Full Form in Hindi
GPS का हिंदी में फुल फॉर्म "ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम है".
GPS का इतिहास!
GPS को मूल रूप से अमेरिकी सेना, नौसेना और वायु सेना को स्थिति पता करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। लेकिन इसकी शुरूआत के बाद से, इसका उपयोग कई Application के लिए किया गया है।
इसका उपयोग 1973 में सैनिकों के लिए U.S. Department of Defense (DoD) के द्वारा लांच किया गया था। जब रूस ने नागरिकों से भरे एक कोरियाई विमान को मार गिराया। उसके बाद, यह निर्णय लिया गया कि GPS का इस्तेमाल Airlines के लिए भी किया जाना चाहिए, ताकि वे दुश्मन के इलाके में न भटके। 1983 में, GPS सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध हो गया और धीरे धीरे इसका उपयोग मोबाइल फोन से लेकर कार आदि विभिन्न प्रकार के वाहनों में भी किया जाने लगा।
GPS के Parts :
GPS Receiver:
रिसीवर Sattelite के संकेतों को प्राप्त करता है और सटीक स्थान निर्धारित करने के लिए अक्षांश और देशांतर निर्देशांक का पता लगाता है।
Map:
GPS का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह Preloaded Maps के साथ आता है। मानचित्र में शहर और देश का हर विवरण शामिल होता है जिसमें हर प्रमुख लैंडमार्क स्पॉट, सड़कें और पार्क शामिल हैं। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त नक्शे डाउनलोड करने के लिए आप हमेशा इंटरनेट से जुड़ सकते हैं, लेकिन इंटरनेट के बिना भी सिस्टम अच्छा है।
GPS Service का उपयोग करने के लिए Internet Connection की आवश्यकता नहीं है। ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) पृथ्वी पर हर जगह मुफ्त उपलब्ध है ।
यही कारण है कि कार के नेविगेशन सिस्टम में इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने पर भी आपकी कार का जीपीएस काम कर सकता है।
हालाँकि, ऑडी Q7 और बीएमडब्ल्यू जैसी नई कारें इन दिनों Standar सुविधा के रूप में वाईफ़ाई हॉट-स्पॉट विकल्प दे रही हैं, फिर भी आप इंटरनेट के बिना नेविगेशन का उपयोग कर सकते हैं।
GLONASS का Full Form है Globalnaya Navigatsionnaya Sputnikovaya Sistema होता है।
GPS के अलावा, एक और लोकेशन डिटेक्शन तकनीक है, जिसे ग्लोनास कहा जाता है। यह एक रूसी तकनीक है। लेकिन यह तकनीक अभी तक इतनी लोकप्रिय नहीं हुई है। आप लगभग हर स्मार्टफ़ोन पर GPS देख सकते हैं और कुछ स्मार्टफ़ोन हैं जिसमें ग्लोनस भी देखा जा सकता है। यदि आपका फोन जीपीएस सिग्नल प्राप्त करने के लिए सक्षम नहीं है, तो आप ग्लोनास के माध्यम से अपना सटीक स्थान जान पाएंगे। हो सकता है कि आने वाले दिनों में इस तकनीक को और भी लोकप्रिय बनाया जा सके।
Navigation System:
नेविगेशन सिस्टम दोनों को एक साथ जोड़ता है और Connection को बनाए रखने में मदद करता है। जैसा कि आप Travel कर रहे हैं, तो यह व्यक्ति या वाहन की Speed की गणना करता है और आपको अपने paths के बारे में संपूर्ण Navigation Details देता है।
पृथ्वी पर कई उपग्रह हैं, और वे दुनिया भर में घूम रहे होते हैं। अब इनमें से प्रत्येक sattelite में एक परमाणु घड़ी लगी होती है। अब आप कहेंगे की यह परमाणु घड़ी क्या है? परमाणु घड़ी एक ऐसी घड़ी है जो 10 मिलियन वर्षों के बाद भी समय पता करने में सक्षम है। इस मामले में, ये sattelite दुनिया को संकेत भेजते हैं। और जब एक संकेत भेजा जाता है, तो एक समय भी सेट किया जाता है और उपग्रह से भेजा जाता है। और उस संकेत के बिना, इसकी गति प्रति मिनट 5 बाइट्स है।
आपके पास अपने मोबाइल फोन पर एक GPS Chip, GPS Receiver, GPS Transmeter स्थापित होता है। GPS चिप में आपके स्मार्टफोन या कार ट्रैकर पर उस सिग्नल को पकड़ने की क्षमता होती है। यह Receiver सैटेलाइट से अधिक संबंध बनाने और अधिक संकेत प्राप्त करने की कोशिश करता है। यदि आपका मोबाइल फोन या GPS Unit 4 Sattelite से जुड़ने में सफल हो जाता है, तो यह आसानी से आपके सटीक location को निर्धारित करने में सक्षम होगा। जब आपके फ़ोन को एक sattelite signal प्राप्त होता है, तो यह पता चलता है कि उस Signal को कब भेजा गया था, सिग्नल कहाँ से आया था और Sattelite कहाँ स्थित था। यदि 1 Sattelite कनेक्शन एक GPS Unit स्थापित करने में सक्षम है, तो यह समुद्र के स्तर से ऊपर आपके स्थान को मापने में भी सक्षम होगा।
Global Positioning System Application आम तौर पर 5 चीजों के लिए उपयोग किए जाते हैं:
1. Location - एक वर्तमान location का निर्धारण करने के लिए।
2. Navigation - एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए।
3. Tracking - किसी वस्तु का location or स्थिति track करने के लिए।
4. Mapping - दुनिया के नक्शे बनाने के लिए।
5. Time - दुनिया के लिए सटीक समय का पता लगाने के लिए।
क्या मुझे GPS का उपयोग करने के लिए मोबाइल इंटरनेट डेटा कनेक्शन की आवश्यकता है?
GPS कैसे काम करता है?
पृथ्वी पर कई उपग्रह हैं, और वे दुनिया भर में घूम रहे होते हैं। अब इनमें से प्रत्येक sattelite में एक परमाणु घड़ी लगी होती है। अब आप कहेंगे की यह परमाणु घड़ी क्या है? परमाणु घड़ी एक ऐसी घड़ी है जो 10 मिलियन वर्षों के बाद भी समय पता करने में सक्षम है। इस मामले में, ये sattelite दुनिया को संकेत भेजते हैं। और जब एक संकेत भेजा जाता है, तो एक समय भी सेट किया जाता है और उपग्रह से भेजा जाता है। और उस संकेत के बिना, इसकी गति प्रति मिनट 5 बाइट्स है।
आपके पास अपने मोबाइल फोन पर एक GPS Chip, GPS Receiver, GPS Transmeter स्थापित होता है। GPS चिप में आपके स्मार्टफोन या कार ट्रैकर पर उस सिग्नल को पकड़ने की क्षमता होती है। यह Receiver सैटेलाइट से अधिक संबंध बनाने और अधिक संकेत प्राप्त करने की कोशिश करता है। यदि आपका मोबाइल फोन या GPS Unit 4 Sattelite से जुड़ने में सफल हो जाता है, तो यह आसानी से आपके सटीक location को निर्धारित करने में सक्षम होगा। जब आपके फ़ोन को एक sattelite signal प्राप्त होता है, तो यह पता चलता है कि उस Signal को कब भेजा गया था, सिग्नल कहाँ से आया था और Sattelite कहाँ स्थित था। यदि 1 Sattelite कनेक्शन एक GPS Unit स्थापित करने में सक्षम है, तो यह समुद्र के स्तर से ऊपर आपके स्थान को मापने में भी सक्षम होगा।
GPS के क्या उपयोग हैं?
1. Location - एक वर्तमान location का निर्धारण करने के लिए।
2. Navigation - एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए।
3. Tracking - किसी वस्तु का location or स्थिति track करने के लिए।
4. Mapping - दुनिया के नक्शे बनाने के लिए।
5. Time - दुनिया के लिए सटीक समय का पता लगाने के लिए।
क्या मुझे GPS का उपयोग करने के लिए मोबाइल इंटरनेट डेटा कनेक्शन की आवश्यकता है?
GPS Service का उपयोग करने के लिए Internet Connection की आवश्यकता नहीं है। ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) पृथ्वी पर हर जगह मुफ्त उपलब्ध है ।
यही कारण है कि कार के नेविगेशन सिस्टम में इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने पर भी आपकी कार का जीपीएस काम कर सकता है।
हालाँकि, ऑडी Q7 और बीएमडब्ल्यू जैसी नई कारें इन दिनों Standar सुविधा के रूप में वाईफ़ाई हॉट-स्पॉट विकल्प दे रही हैं, फिर भी आप इंटरनेट के बिना नेविगेशन का उपयोग कर सकते हैं।
GLONASS (ग्लोनास) क्या है?
GLONASS का Full Form है Globalnaya Navigatsionnaya Sputnikovaya Sistema होता है।
GPS के अलावा, एक और लोकेशन डिटेक्शन तकनीक है, जिसे ग्लोनास कहा जाता है। यह एक रूसी तकनीक है। लेकिन यह तकनीक अभी तक इतनी लोकप्रिय नहीं हुई है। आप लगभग हर स्मार्टफ़ोन पर GPS देख सकते हैं और कुछ स्मार्टफ़ोन हैं जिसमें ग्लोनस भी देखा जा सकता है। यदि आपका फोन जीपीएस सिग्नल प्राप्त करने के लिए सक्षम नहीं है, तो आप ग्लोनास के माध्यम से अपना सटीक स्थान जान पाएंगे। हो सकता है कि आने वाले दिनों में इस तकनीक को और भी लोकप्रिय बनाया जा सके।
आज हमने क्या सीखा?
दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपने अब तक GPS Ka Full Form क्या है और GPS काम क्या है इसके बारेमे जान लिया होगा। यदि आप में से किसी के पास इस तकनीक के बारे में कोई प्रश्न हैं, तो मुझे ट्वीट करना सुनिश्चित करें। मैं वास्तव में जानना चाहता हूं कि नई तकनीकों के बारे में जानने के बाद आपकी राय क्या है! अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो कृपया शेयर करके आप इस साइट को आगे बढ़ा सकते हैं।
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